औद्योगिक क्रांति क्या है?
➡️ वाष्प शक्ति संचालित मशीनों द्वारा बड़े बड़े कारख़ानों में बड़े पैमाने पर वस्तुओं का उत्पादन ही औद्योगिक क्रांति है। 18वीं सदी के उत्तरार्ध में इसकी शुरुआत इंग्लैंड में हुई।
विश्व बाजार किसे कहते हैं?
➡️ विश्व बाजार उन स्थलों के बाजारों को कहते हैं जो विश्व के अनेक देशों की वस्तुएँ आम लोगों की खरीदने के लिए उपलब्ध कराती हो जैसे - भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई।
भूमंडलीकरण शब्द का इस्तेमाल किसने, कहां किया?
➡️ संयुक्त राज्य अमेरिका के जॉन विलियम्स ने 1990 ईस्वी में किया।
बहु-राष्ट्रीय कंपनी क्या है?
➡️ कई देशों में एक ही साथ व्यापार और व्यवसाय करने वाली कंपनियों को बहु-राष्ट्रीय कंपनी कहा जाता है। 1920 ईस्वी के बाद इस तरह की कंपनियों का उत्कर्ष हुआ जो देती है महायुद्ध के बाद काफी बढ़ा।
ब्रिटेन वुड्स सम्मेलन के मुख्य उद्देश्य क्या थे?
➡️ "ब्रिटेन वुड्स" सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य यह था कि औद्योगिक विश्व में आर्थिक स्थिरता तथा पूर्ण रोज़गार बनाए रखा जाए क्योंकि इसी आधार पर विश्व शांति भी स्थापित की जा सकती है।
भूमंडलीकरण में बहु-राष्ट्रीय कंपनी के योगदान (भूमिका) को स्पष्ट करें?
➡️ भूमंडलीकरण के प्रभाव को कायम करने में विश्व बैंक, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष, विश्व व्यापार संस्थान तथा पूंजीवाद देशों की बड़ी बड़ी व्यापारिक और औद्योगिक कंपनियों (बहु-राष्ट्रीय कंपनियों) का बहुत बड़ा योगदान है। साथ ही अपने आर्थिक हितों की सुरक्षित और संरक्षित रखने के लिए गठित क्षेत्रीय संगठनों जैसे - जी - 8, ओपेक, आसियान, यूरोपीय संघ, जी - 15, जी - 77, दक्षेस (सार्क) आदि का भी भूमंडलीकरण की प्रक्रिया को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
भूमंडलीकरण किसे कहते हैं?
➡️ जीवन के सभी क्षेत्रों का एक अंतरराष्ट्रीय स्वरूप जिसने दुनिया के सभी भागों को आपस में जोड़ दिया है, भूमंडलीकरण कहां जाता है। इसके फलस्वरूप संपूर्ण विश्व एक छोटे से गांव के रूप में परिवर्तित हो गया।
आर्थिक संकट से आप क्या समझते हैं?
➡️ अर्थ-तंत्र में आने वाली वैसे स्थिति जब उसके तीनों आधार कृषि, उद्योग तथा व्यापार का विकास अवरुद्ध हो जाएं, जिससे लाखों लोग बेरोज़गार हो जाए, बैंकों और कंपनियों का दिवाला निकल जाए तथा वस्तुओं और मुद्रा दोनों की बाजार में कोई कीमत न रह जाए, आर्थिक संकट कहलाती हैं।
भूमंडलीकरण के भारत पर प्रभाव को स्पष्ट करें?
➡️ भूमंडलीकरण का प्रभाव भारत पर व्यापक रूप से पड़ा। इसके फलस्वरूप भारत में रोज़गार के अवसर बढ़े हैं। भारत में अनेक बहु-राष्ट्रीय कंपनियों का आगमन हुआ जो विभिन्न तरह के उपभोक्ता सामग्रियों का उत्पादन करती है अथवा सेवा क्षेत्र में कार्य कर रही है। भूमंडलीकरण के फलस्वरूप शिक्षा एवं स्वास्थ्य के बेहतर विकल्प उपलब्ध हुए हैं। हम इसके उत्पादों का उपभोग कर रहे हैं। भूमंडलीकरण के कारण भारत में भी लोगों के जीवन स्तर में काफी सुधार आया है। उनका जीवन सुविधा-पूर्ण हुआ है।
विश्व बाजार के स्वरूप को समझाएं?
➡️ विश्व का स्वरूप काफी व्यापक होता है। इसका सीमा क्षेत्र केवल एक राष्ट्र एक सीमित नहीं होता है, बल्कि कच्चे माल की प्राप्ति, निर्माण तथा उत्पादों का विक्रय, इत्यादि एक ही नहीं बल्कि कई देशों में होता है। इसमें अलग-अलग देशों की अर्थव्यवस्था के संश्लेषण के फलस्वरूप एक विश्वव्यापी अर्थ-तंत्र का उद्भव होता है। विश्व बाजार के क्रियाकलापों में विभिन्न देशों के उद्यमियों का योगदान होता है।
औद्योगिक क्रांति ने किस प्रकार विश्व बाजार के स्वरूप को विस्तृत किया?
➡️ 18वीं शताब्दी के मध्य से इंग्लैंड में बड़े बड़े कारख़ानों में वस्तुओं का उत्पादन प्रारंभ हुआ। यह कारखाने वाष्प इंजन से चलते थे। वाष्प इंजन से कारख़ानों में बहुत अधिक उत्पादन होने लगा, जिससे कच्चे माल की आवश्यकता बढ़ गई। तब इंग्लैंड ने उत्तरी अमेरिका, एशिया (भारत) और अफ्रीका की ओर अपना पाँव फैलाया जहां उसे कच्चा माल भी मिला और बना बनाया बाजार भी। इस तरह उपनिवेशवाद का प्रारंभ हुआ।
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ReplyDeleteNCERT Solution for Class 10 Social Science Chapter 7 - जीवों पर वायुमंडलीय प्रभाव