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NCERT Solutions for Class 10 Social Science History Chapter 4 Nationalism in india (Hindi Medium)

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भारत में राष्ट्रवाद (Nationalism in india)
NCERT Solutions for Class 10 Social Science History Chapter 4 Nationalism in india (Hindi Medium)
साइमन कमीशन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें?
➡️ भारत में संवैधानिक सुधार के मुद्दे पर विचार करने हेतु 1919 के भारत अधिनियम में यह व्यवस्था की गई की 10 वर्ष के बाद आयोग नियुक्त किया जाएगा। यह आयोग अधिनियम में परिवर्तन पर विचार करेगा। सर जॉन साइमन के नेतृत्व में 1927 को साइमन कमीशन बना। जिस 7 सदस्यीय आयोग का गठन किया गया उसमें एक भी भारतीय नहीं था। भारत के स्वशासन के संबंध में निर्णय विदेशी द्वारा किया जाना था। फलतः 3 फरवरी 1928 को मुंबई पहुंचने पर साइमन कमीशन का पूरे भारत में विरोध हुआ और जनता पुनः संघर्ष के लिए तैयार हो गई।

चंपारण सत्याग्रह के बारे में बताएं।
अथवा, चंपारण आंदोलन कब हुआ तथा इसके क्या कारण थे?
➡️ चंपारण के नील उत्पादक किसानों की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। नीलहे किसान गोरे जमींदारों के अत्याचारों से त्रस्त थे। इन्हीं में से एक किसान राजकुमार शुक्ल ने किसानों की समस्याओं से गांधी जी को अवगत कराया। 1917 ईस्वी में गांधीजी ने वहां के किसानों के साथ मिलकर सत्याग्रह आंदोलन चलाया और किसानों को राहत पहुंचाई।

गांधी इरविन पैक्ट अथवा दिल्ली समझौता क्या था?
➡️ सविनय अवज्ञ आंदोलन को समाप्त कराने के उद्देश्य से सरकार की ओर से लॉर्ड इरविन तथा गांधीजी के बीच 5 मार्च, 1931 ईस्वी को एक समझौता वार्ता संपन्न हुई। इसे ही गांधी इरविन पैक्ट अथवा दिल्ली समझौता कहते हैं। इसके तहत गांधीजी ने स्वतंत्रता आंदोलन को स्थगित कर दिया तथा द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने हेतु सहमति प्रदान कर दी।

दांडी यात्रा का क्या उद्देश्य था?
➡️ दांडी यात्रा का उद्देश्य डांडी समुंद्र तट पर पहुंचकर समुद्र के पानी से नमक बनाकर, नमक कानून का उल्लंघन कर, सरकार को बताना था कि नमक पर कर बढ़ाना अनुचित फैसला है। साथ ही, यह सरकार के खिलाफ सविनय अवज्ञ आंदोलन की शुरुआत का संकेत भी था।

मुस्लिम लीग के क्या उद्देश्य थे?
➡️ मुस्लिम लीग की स्थापना 30 दिसंबर 1960 को हुई। इसका उद्देश्य था मुस्लिम के हितों की रक्षा करना। इसकी नींव ढाका के नवाब सलीमुउल्ला खान ने रखी थी। इसका उद्देश्य मुसलमानों को सरकारी सेवा में उचित स्थान दिलाना एवं न्यायाधीश के पदों पर मुसलमानों को जगह दिलाना। विधान परिषद में अलग निर्वाचन मंडल बनाना एवं काउंसलिंग में उचित जगह पाना।

खिलाफत आंदोलन क्यों हुआ?
➡️ तुर्की के सुल्तान (जो इस्लामिक संसार का खलीफा हुआ करता था) प्रथम विश्व युद्ध में (ब्रिटेन के खिलाफ तुर्की के पराजय से सुल्तान) सत्ता से वंचित कर उसके ऑटोमन साम्राज्य को विघटित कर दिया गया। अतः भारतीय मुसलमानों ने तुर्की के प्रति ब्रिटेन की नीति को बदलने के लिए खिलाफत आंदोलन प्रारंभ किया।

रौलट एक्ट से आप क्या समझते हैं?
➡️ रौलट एक्ट, न्यायाधीश सिडनी रौलट की अध्यक्षता वाली एक समिति द्वारा निर्मित क्रांतिकारी विरोधी एवं अराजकतापूर्ण अधिनियम था। समिति की अनुशंसा पर क्रांतिकारी एवं अराजकता अधिनियम को 21 मार्च, 1919 को केंद्रीय विधान परिषद में पारित किया गया। इसके अंतर्गत एक विशेष न्यायालय के गठन का प्रावधान था। जिसके निर्णय के विरुद्ध कोई अपील नहीं की जा सकती थी। किसी भी व्यक्ति को बिना साक्ष्य या वारंट के कहीं भी, किसी समय गिरफ्तार किया जा सकता था। इस एक्ट के विरोध में गांधी जी की अध्यक्षता में एक सत्याग्रह सभा आयोजित की गई और गिरफ्तारियां दी गई। 6 अप्रैल, 1919 को देशव्यापी हड़ताल आयोजित हुआ।

मेरठ षड्यंत्र से आप क्या समझते हैं?
➡️ मार्च, 1929 ईस्वी में गोरी सरकार को 31 श्रमिक नेताओं के मुखिया ने भारत की प्रभुसत्ता से वंचित करने के प्रयास किया। अतः उन पर आरोप लगाकर बंदी बना लिया। इन्हें मेरठ में लाकर मुकदमा चलाया। इसे ही मेरठ षड्यंत्र कहा जाता है।

एटक क्या है?
➡️ एटक, ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस का संक्षिप्त नाम है। यह भारतीय श्रमिकों का संगठन है, जिसकी स्थापना 31 अक्टूबर, 1920 ईस्वी को हुई थी। लाला लाजपत राय इसके प्रथम अध्यक्ष तथा दीवान जमनालाल इस के महासचिव थे।

भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में जनजातीय समूह की क्या भूमिका थी, वर्णन करें?
➡️ भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में जनजातीय लोगों की प्रमुख भूमिका रही। 19वी शताब्दी की तरह बीसवीं शताब्दी में भी भारत के अनेक भागों में आदिवासी विद्रोह हुए। इन विद्रोह में रंपा विद्रोह, अलमुरी विद्रोह, उड़ीसा का खोड़ विद्रोह, यह 1914 से 1920 तक चला। 1917 में मयूरभंज के संथालो ने एवं मणिपुर में ' पोडोई कुकियो ' ने विद्रोह किया था। 1930 में सविनय अवज्ञ आंदोलन के समय पश्चिमोत्तर प्रांत का जनजातियों ने तीव्र राष्ट्रवादी भावना दिखाई। दक्षिणी बिहार के आदिवासियों ने भी राष्ट्रीय चेतना का परिचय दिया। इस प्रकार भारत के कोने कोने में आदिवासी जनता ने समय-समय पर आंदोलन में भाग लिया।

जतरा भगत के बारे में आप क्या जानते हैं? संक्षेप में बताएं?
➡️ जतरा भगत, छोटा नागपुर क्षेत्र के उरांव जाति का था और अंग्रेजो के खिलाफ विद्रोही नेता था। उसने सामाजिक एवं शैक्षणिक सुधार पर बल दिया। उसने एकेश्वरवाद पर बल दिया। आदिवासियों को मांस मदिरा एवं आदिवासी नृत्य को छोड़ शिक्षा प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया।
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